Video of this song from youtube
Advertisement
Ahsrat-E-Qatra Hai - ashrat e qatra hai dariya me fanah ho jana
SingerJagjit Singh
Music byJagjit Singh
LyricistMirza Ghalib
Actor
CategoryGhazals
MovieTera Bayaan Ghalib (Jagjit Singh) (2012)
Lyrics of Ahsrat-E-Qatra Hai - ashrat e qatra hai dariya me fanah ho jana
अशरत ए कतरा है दरिया में फनाह हो जाना
अशरत ए कतरा है दरिया में फनाह हो जाना
दर्द का हद से गुज़ारना है दवा हो जाना
अशरत ए कतरा
अब जफा से भी हैं महरोम हम अल्लाह अल्लाह
अब जफा से भी हैं, जफा से भी हैं
महरोम हम अल्लाह अल्लाह
अब जफा से भी हैं महरोम हम अल्लाह अल्लाह
अब जफा से भी हैं महरोम हम अल्लाह अल्लाह
इस कदर दुश्मन हर बार वफ़ा हो जाना
इस कदर दुश्मन हर बार वफ़ा हो जाना
दर्द का हद से गुज़ारना है दवा हो जाना
अशरत ए कतरा
है मुझे अब रे बहारी का बरस कर खुलना
बरस कर खुलना, बरस कर खुलना
बरस कर खुलना, बरस कर खुलना
है मुझे अब रे बहारी का बरस कर खुलना
है मुझे अब रे बहारी का बरस कर खुलना
रोते रोते गम ए फुरकत में फनाह हो जाना
रोते रोते गम ए फुरकत में फनाह हो जाना
अशरत ए कतरा
बक्से हैं जलवाये गुल्जों के तमाशा ग़ालिब
बक्से हैं जलवाये गुल्जों के तमाशा ग़ालिब
बक्से हैं जलवाये गुल्जों के तमाशा ग़ालिब
बक्से हैं जलवाये गुल्जों के तमाशा ग़ालिब
जस्म को चाहिये हर रंग में वा हो जाना
जस्म को चाहिये हर रंग में वा हो जाना
दर्द का हद से गुज़ारना है दवा हो जाना
अशरत ए कतरा है दरिया में फनाह हो जाना
दर्द का हद से गुज़ारना है दवा हो जाना
अशरत ए कतरा
अशरत ए कतरा है दरिया में फनाह हो जाना
दर्द का हद से गुज़ारना है दवा हो जाना
अशरत ए कतरा
अब जफा से भी हैं महरोम हम अल्लाह अल्लाह
अब जफा से भी हैं, जफा से भी हैं
महरोम हम अल्लाह अल्लाह
अब जफा से भी हैं महरोम हम अल्लाह अल्लाह
अब जफा से भी हैं महरोम हम अल्लाह अल्लाह
इस कदर दुश्मन हर बार वफ़ा हो जाना
इस कदर दुश्मन हर बार वफ़ा हो जाना
दर्द का हद से गुज़ारना है दवा हो जाना
अशरत ए कतरा
है मुझे अब रे बहारी का बरस कर खुलना
बरस कर खुलना, बरस कर खुलना
बरस कर खुलना, बरस कर खुलना
है मुझे अब रे बहारी का बरस कर खुलना
है मुझे अब रे बहारी का बरस कर खुलना
रोते रोते गम ए फुरकत में फनाह हो जाना
रोते रोते गम ए फुरकत में फनाह हो जाना
अशरत ए कतरा
बक्से हैं जलवाये गुल्जों के तमाशा ग़ालिब
बक्से हैं जलवाये गुल्जों के तमाशा ग़ालिब
बक्से हैं जलवाये गुल्जों के तमाशा ग़ालिब
बक्से हैं जलवाये गुल्जों के तमाशा ग़ालिब
जस्म को चाहिये हर रंग में वा हो जाना
जस्म को चाहिये हर रंग में वा हो जाना
दर्द का हद से गुज़ारना है दवा हो जाना
अशरत ए कतरा है दरिया में फनाह हो जाना
दर्द का हद से गुज़ारना है दवा हो जाना
अशरत ए कतरा
Comments on song "Ahsrat-E-Qatra Hai"
Deepak Talab on Sunday, February 06, 2011
is he tarah ke afreen kalakari sab kay saath bantey rahiye..
:)
is he tarah ke afreen kalakari sab kay saath bantey rahiye..
:)
Surendra Kumar on Sunday, February 06, 2011
wah...wah bahut hi khoobsurat...enjoyed the gazal...
wah...wah bahut hi khoobsurat...enjoyed the gazal...
ظؤیہ ہیآت (ظؤیہ اکبر) on Sunday, September 28, 2014
The Raag Jaug of the Khamaaj Tthaatth!
The Raag Jaug of the Khamaaj Tthaatth!
Deepak Talab on Sunday, February 06, 2011
Shukriya ... aafreen. :)
Shukriya ... aafreen. :)
Advertisement
Browse Movies by Alphabet / Decades / Years
HindiGeetMala Search Panel - Songs & Films
Advertisement


दिल से मिटना तेरी अन्गुश्त हिनाई का ख्याल हो गया गोश्त से नाखून का जुदा हो
जाना